लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री मनोज सिन्हा ने डाउनटाउन श्रीनगर में इलाही बाग इंडोर स्टेडियम का उद्घाटन किया
मुझे स्थानीय लोगों ने बताया कि 75 साल में पहली बार राज्य का मुखिया डाउनटाउन आया है: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा स्थानीय लोगों ने कहा कि डाउनटाउन पूर्व में अन्य कारणों से जाना जाता था। मैं समझता हूँ कि डाउनटाउन ने अपने अतीत को त्याग दिया है और अब यह इंडियन स्पोर्टिंग हीरोज का नया पता बन गया है: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
पिछले दो सालों में बड़ी संख्या में डाउनटाउन श्रीनगर के युवाओं ने स्पोर्ट्स को अपनाया है और प्रोफेशनल गेम्स में हिस्सा ले रहे हैं: ले.गवर्नर
युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने के लिए कुल 12 स्पोर्ट्स फील्ड तथा मिनी स्टेडियम डाउनटाउन के अनेक हिस्सों में विश्व-स्तरीय सुविधाओं के साथ अपग्रेड किए गए हैं: ले.गवर्नर मनोज सिन्हा
तिरंगे की शान को नई ऊंचाई देने की आकांक्षा लिए डाउनटाउन के नौजवान आज स्पोर्टिंग लेगेसी को पुनर्स्थापित कर रहे हैं और इंटरनेशनल टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
वह दिन दूर नहीं है जब डाउनटाउन श्रीनगर के खिलाड़ी ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
कश्मीर की धड़कन के नाम से मशहूर, डाउनटाउन की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने के लिए अवाम के हर एक नागरिक को योगदान देना होगा: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
हर खिलाड़ी को जीवन में एक बार चैंपियन बनने का अवसर अवश्य मिलता है। जम्मू कश्मीर में आज अवसरों की कमी नहीं है। इस जीवन में कुछ ऐसा करिए ताकि लोग आपको याद रखें: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
एक जुनून के साथ आगे बढ़ने की हसरत ही हीरो पैदा करती है जो इलाही बाग के स्पोर्ट्स स्टेडियम से निकलकर ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने का रास्ता तय कर सकती है: ले.गवर्नर, मनोज सिन्हा
श्रीनगर, 7 सितंबर 2022: लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री मनोज सिन्हा ने आज डाउनटाउन श्रीनगर में 4 करोड़ की लागत से बने इलाही बाग इंडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में मौजूद युवाओं को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि अब समय आ गया है कि डाउनटाउन के नौजवान स्पोर्ट्स में अवसरों का लाभ उठाकर देश का नाम रोशन करें। उन्होंने अपने संबोधन में डाउनटाउन की छवि और स्थानीय लोगों से अपने संवाद का जिक्र भी किया और कहा कि डाउन टाउन अब इंडियन स्पोर्टिंग हीरोज का नया पता बन गया है।
“मुझे स्थानीय लोगों ने बताया कि 75 साल में पहली बार राज्य का मुखिया डाउनटाउन आया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि डाउनटाउन की छवि दूसरी थी और पूर्व में यह अन्य कारणों से जाना जाता था। मैं समझता हूँ कि डाउनटाउन ने अपने अतीत को त्याग दिया है और अब यह इंडियन स्पोर्टिंग हीरोज का नया पता बन गया है। पिछले दो सालों में बड़ी संख्या में डाउनटाउन श्रीनगर के युवाओं ने स्पोर्ट्स को अपनाया है और प्रोफेशनल गेम्स में हिस्सा ले रहे हैं”।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि स्पोर्ट्स की एक्टिविटीज को लेकर आजकल पूरे जम्मू कश्मीर में शहर-ए-खास या डाउनटाउन की चर्चा है और जो लोग भी सोशल मीडिया के शौकीन हैं, उन्हें बताने की जरूरत नहीं है कि डाउनटाउन के खिलाड़ियों के बेहतरीन परफ़ॉर्मेंस की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि “तिरंगे की शान को नई ऊंचाई देने की आकांक्षा लिए डाउनटाउन के नौजवान आज स्पोर्टिंग लेगेसी को पुनर्स्थापित कर रहे हैं और इंटरनेशनल टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। वह दिन दूर नहीं है जब डाउनटाउन श्रीनगर के खिलाड़ी ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। कश्मीर की धड़कन के नाम से मशहूर, डाउनटाउन की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने के लिए अवाम के हर एक नागरिक को योगदान देना होगा। हर खिलाड़ी को जीवन में एक बार चैंपियन बनने का अवसर अवश्य मिलता है। जम्मू कश्मीर में आज अवसरों की कमी नहीं है। इस जीवन में कुछ ऐसा करिए ताकि लोग आपको याद रखें। एक जुनून के साथ आगे बढ़ने की हसरत ही हीरो पैदा करती है जो इलाही बाग के स्पोर्ट्स स्टेडियम से निकलकर ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने का रास्ता तय कर सकती है”।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने जम्मू कश्मीर के क्रिस्टियानों रोनाल्डो माने जाने वाले फुटबालर दानिश फारूक का जिक्र करते हुए कहा कि दानिश से प्रेरणा लेकर हजारों नौजवानों ने स्पोर्ट्स को अपनाया है और शहर-ए-खास के मुहल्लों में छिपे हुए टैलेंट का वर्चस्व साफ दिखाई पड़ता है। लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि “एक जुनून के साथ आगे बढ़ने की हसरत ही हीरो पैदा करती है जो इलाही बाग के स्पोर्ट्स स्टेडियम से निकलकर ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने का रास्ता तय कर सकती है। जब किसी काम में आप अपने आप को डुबा दोगे तभी वह मेहनत सोना बन सकती है। आपकी ऊर्जा जब खेल में डूब जाती है तब वह सोना बन जाती है लेकिन अगर उसका सही उपयोग नहीं है तब वह सिर्फ मिट्टी है। खिलाड़ी जब सबसे पहले मैदान या रिंग में उतरता है तो लोग दो सवाल पूछते हैं- आप कौन हैं ? क्या बनना चाहते हैं? यही दो सवाल आपके भविष्य का रोडमैप भी तैयार करता है और जिस दिन आपके अंदर से आवाज आती है कि—मैं हीरो बन सकता हूँ, मैं चैंपियन बन सकता हूँ, उसी लम्हें में भविष्य की सादिया तारिक और शौकत अहमद जैसे वुशू चैंपियन का जन्म होता है। स्पोर्ट्स नौजवानों को एक नई आइडेंटिटी देता हैं। सादिया जब मास्को से आई थी तब उसे यकीन नहीं था कि इतने सारे लोग उसे एयरपोर्ट पर लेने आएंगे लेकिन जिस प्रकार हीरोज का हमारे देश में स्वागत होता है वैसा ही स्वागत सादिया का हुआ था और देश के लिए खेलने का गौरव, देश के लिए खेलने का स्वाभिमान आज उसे नई मंजिल छूने की प्रेरणा दे रहा है। स्पोर्ट्स के मैदान में आप जो सीखते हैं, वह सीख आपको जीवन में कही नहीं मिलती हैं। पुरानी कहावत है कि कोई भी सपना जादू से हकीकत नहीं बन जाता बल्कि उसके लिए कड़ी मेहनत और पसीना बहाना पड़ता है”।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि जिस देश का नौजवान पूरे उत्साह के साथ कड़ी मेहनत करता हैं उस देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
“आप नंबर वन या नंबर टू हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता। फर्क इस बात से पड़ता है कि आपको देश के लिए खेलने और राष्ट्र निर्माण का जो मौका मिला उसका आपने सही इस्तेमाल किया या नहीं । चाहे रोनाल्डो हो, मेसी हो, सुनील छेत्री हो या फिर दानिश हो, सबमें एक ही बात हैं—सबने उस अवसर, उस मौके का लाभ उठाया जो इंसान को जिंदगी में बस एक बार मिलता है”।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि रजौरी कदल के स्टेडियम, खनियार के मिनी स्टेडियम, चिंकरा मोहल्ला के प्लेफील्ड जैसे 12 स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का अपग्रेडेशन किया गया है और देर शाम तक गेम्स खेले जा सकें इसके लिए लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है और खिलाड़ियों के हौसला अफजाई के लिए अवाम के बड़े-बुजुर्ग भी पहुँच रहे हैं।
स्पोर्ट्स काउंसिल लगातार इस बात का प्रयास कर रहा है कि सभी खिलाड़ियों को अच्छी सुविधा और ट्रेनिंग मिले। आज 20 जिलों में 22 इंडोर मल्टी-परपज हॉल बनाने में हम कामयाब हुए हैं।
स्पोर्ट्स की अलग-अलग डिसिप्लिन में 38 खेलों इंडिया सेंटर्स स्थापित किए गए हैं। अभी 948 स्पोर्ट्स के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम चल रहा है जिसे इसी वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। इस साल जम्मू कश्मीर में स्पोर्ट्स की एक्टिविटीज़ नए रिकार्ड कायम कर रही है और लगभग 35 लाख नौजवानों को खेलने के अवसर प्रदान किए जाएंगे और धीरे-धीरे उस लक्ष्य की तरफ हम आगे बढ़ रहे हैं। आज जम्मू कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल गाँव-गाँव में जाकर स्पोर्टिंग टैलेंट्स की तलाश कर रहा है ताकि उन्हें ट्रेनिंग व अन्य सुविधाएं पहुंचाई जा सके।
आजादी का अमृत कालखंड आपको नए शिखर छूने का अवसर दे रहा है। आपके अंदर हौसला बना रहे, आपके आत्म-विश्वास में कमी न हो और मन में तिरंगे को और ऊंचा लहराते हुए देखने की प्रबल इच्छा पूरी हो, इस लक्ष्य के लिए प्रशासन की तरफ से कोई कमी नहीं की जाएगी।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि देश में चहुमुखी हो रहे बदलाव तथा जम्मू कश्मीर की तरक्की से परेशान कुछ लोगों ने पूर्व में षड़यंत्र करके अमन और मुहब्बत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी। जम्मू कश्मीर के हमारे बहुत से नौजवानों को भी राह से भटकाने की कोशिश की गई थी। लेकिन जिन्होंने हमारे बच्चों को गुमराह किया उनका पूरा खानदान देश और विदेश के बड़े शहरों में आराम की जिंदगी जी रहा हैं। लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि लोगों के घरों में आग लगाकर तमाशा देखने वाले ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है और पूरे अवाम को ऐसे लोगों के खिलाफ दीवार बनकर खड़े हो जाना है।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि आज भी हमारे नौजवानों को नशे के दलदल में धकेलने के प्रयास जारी हैं। ड्रग एडिक्शन अवाम को खोखला कर रहा है। इसके खिलाफ बुजुर्ग, महिलाओं और नौजवानों की आवाज शहर-ए-खास से गूँजनी चाहिए। अगर नई पीढ़ी को बचाना है, अगर नई पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बनाना है तो ड्रग एडिक्शन के खिलाफ इकठ्ठे होकर लड़ाई लड़नी होगी। आज जम्मू कश्मीर तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। इस धरती से चारों तरफ अमन और मुहब्बत का पैगाम दिया जा रहा है। अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें इस अमन और मुहब्बत की फिजाँ को कायम रखना है।