केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक जनसभा को संबोधित किया
श्री अमित शाह ने नवमी के शुभ अवसर पर वैष्णो देवी मंदिर में माँ के दर्शन व पूजा-अर्चना कर माता रानी से देश की प्रगति व समृद्धि की प्रार्थना की
जम्मू-कश्मीर का विकास मोदी जी की प्राथमिकता रही है, जिसके चलते यहाँ तेज गति से विकास कार्य हो रहे हैं और मोदी जीके प्रति यहां की जनता का असीम प्यार और विश्वास ही मोदी जी को यहाँ के लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए और उत्साहित करता है
पहाड़ी और गुर्जर-बकरवाल समुदाय के लोग हमेशा भारत की रक्षा के लिए चट्टान की तरह खड़े रहे हैं और सुरक्षा की इसी अभेद्य दीवार के भरोसे सभी देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं
मोदी जी के नेतृत्व में महाराजा हरिसिंह के जन्मदिन पर राजकीय अवकाश घोषित कर उनके योगदान को याद करने का काम किया है
प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा धारा 370 और 35 ए को हटाकर जम्मू कश्मीर के पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और पहाड़ियों को उनका अधिकार देने का काम किया है
70 सालों तक तीन परिवारों ने यहां राज करते हुए लोकतंत्र को अपने परिवारों तक सीमित रखा, लेकिन, 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पंचायत चुनावों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर का शासन जो पहले तीन परिवारों के पास था वो अब पंचायत स्तर के 30 हज़ार जनप्रतिनिधियों के पास आ गया है
पहले जम्मू कश्मीर के पहाड़ी भाइयों के साथ अन्याय होता था उनको आरक्षण नहीं मिलता था, प्रधानमंत्री जी ने अनुच्छेद 370 हटा कर आरक्षण का रास्ता साफ किया
जस्टिस शर्मा का कमीशन की सिफारिशों की प्रशासनिक प्रक्रिया समाप्त होते ही गुर्जर,बकरवाल और पहाड़ी भाइयों को आरक्षण का लाभ मिलने वाला है
72 सालों में जम्मू-कश्मीर में केवल 15000 करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश आया वहीं 2019 से अब तक 3 सालों में जम्मू कश्मीर में 56000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है
नरेंद्र मोदी जी ने जम्मू कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में 20,000 से ज्यादा घरों में पहली बार बिजली देने का काम किया है
आज़ादी के बाद अब पहली बार सही मायने में जम्मू-कश्मीर में परिसीमन हुआ है और पहाड़ी क्षेत्र की सीटों में वृद्धि हुई है
तीन परिवारों ने अपने शासन के दौरान भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने के लिए कई कदम उठाए हैं
जम्मू-कश्मीर में रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम पर्यटन है, जनवरी,2022 से लेकर आज तक जम्मू-कश्मीर में एक करोड़ 62 लाख पर्यटक आए हैं जो आजादी के 75 सालों में सबसे अधिक हैं
पुंछ, राजौरी, जम्मू और घाटी सहित जम्मू कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों मे पर्यटन से सबसे ज्यादा रोजगार मिला है
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने निरंतर दहशतगर्दों और अलगाववादियों के खिलाफ कठोर मुहिम चलाई है जिसके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं की संख्या में बहुत कमी आई है
2006 से 2013 के बीच आतंकवादी घटनाओं की संख्या 4,766 थी जबकि अनुच्छेद 370 हटने के बाद 2019 से 2022 में आतंकवादी घटनायें 4,766 से घटकर सिर्फ 721 रह गई, इससे पता चलता है कि अब जम्मू कश्मीर सुरक्षित हो गया है
प्रधानमंत्री जी ने युवाओं के हाथ से पत्थर लेकर उन्हें लैपटॉप थमाकर उन्हें रोजगार देने का काम किया है, यह परिवर्तन जम्मू कश्मीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
राजौरी में कभी मेडिकल कॉलेज बनने